भारत सरकार ने सर्टिफिकेट ऑफ़ ओरिजिन के लिए दिशानिर्देश लॉन्च किए

April 15, 2020

वाणिज्य मंत्रालय ने हाल ही में निर्यातकों और अन्य दिशानिर्देशों के लिए सर्टिफिकेट ऑफ़ ओरिजिन जारी करने के लिए एक ऑनलाइन मंच लॉन्च किया। लॉक डाउन के दौरान शिपमेंट की सुविधा के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

मुख्य बिंदु

वर्तमान में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग चिली के साथ हस्ताक्षरित पीटीए के तहत निर्यात का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा सार्क देशों के साथ SAPTA तहत निर्यात प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाता है।

सर्टिफिकेट ऑफ़ ओरिजिन

सर्टिफिकेट ऑफ़ ओरिजिन दस्तावेज का इस्तेमाल दुनिया भर में किया जाता है। यह प्रमाण पत्र यह दर्शाता है कि उत्पाद किसी विशेष देश में उत्पन्न हुआ है। इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा मूल प्रमाण पत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। टैरिफ निर्धारित करने के लिए यह प्रमाण पत्र महत्वपूर्ण है।

SAFTA और SAPTA

SAFTA दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र (South Asian Free Trade Area) है जिसे 2004 में SAARC शिखर सम्मेलन में हस्ताक्षरित किया गया था। इस समझौते ने व्यापार का एक मुक्त क्षेत्र बनाया जो 1.6 बिलियन से अधिक लोगों को समायोजित करता है। इस समझौते के तहत व्यापार के सामानों पर लगने वाले सीमा शुल्क को 2016 तक शून्य पर लाया जाना था। SAPTA का पूर्ण स्वरुप SAARC Preferential Trading Agreement है, जो प्रमुखता व्यापार का एक क्षेत्र निर्मित करने की परिकल्पना करता है।