मुंबई सेंट्रल स्टेशन का नाम नाना शंकरसेठ के नाम पर रखा जाएगा March 13, 2020
12 मार्च, 2020 को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मुंबई सेंट्रल स्टेशन का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दी। इस रेलवे स्टेशन का नाम नाना शंकरसेठ के नाम पर रखा जायेगा। अब यह प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा जायेगा। रेल मंत्रालय के अधीन कार्यरत केंद्रीय रेलवे द्वारा नाम परिवर्तन के लिए मंज़ूरी दी जाती है।
नाम परिवर्तन की प्रक्रिया
आमतौर पर राज्य सरकार रेलवे स्टेशन के नाम परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू करती है। यह आमतौर पर स्टेशन के ब्रिटिश नाम को स्थानीय भाषा में बदलने के लिए किया जाता है। नाम परिवर्तन किसी स्थानीय नेता को सम्मानित करने के लिए भी किया जाता है। रेलवे स्टेशन के नाम परिवर्तन के लिए कानून या संविधान में कोई नियम या प्रक्रिया नहीं है।
राज्य सरकार द्वारा नाम परिवर्तन प्रक्रिया शुरू किये जाने के बाद केंद्र में रेलवे बोर्ड, रेलवे मंत्री को ज्ञापन सौंपता है।
शहरों, कस्बों या गांवों का नाम परिवर्तन प्रस्ताव राज्य सरकार द्वारा गृह मंत्रालय को भेजा जाता है। इस सन्दर्भ में नाम परिवर्तन का अंतिम निर्णय गृह मंत्रालय द्वारा लिया जाता है।
जगन्नाथ शंकरसेठ (1803-1865)
जगन्नाथ शंकरसेठ एक परोपकारी और शिक्षाविद् थे। उन्होंने सर जमशेदजी जीजीभोय के साथ इंडियन रेलवे एसोसिएशन लॉन्च की थी। उनके प्रयासों के कारण ही भारत में रेलवे का निर्माण शुरू हुआ। उन्होंने अंग्रेजों के साथ देश में रेलवे निर्माण के प्रस्तावों और लाभों की शुरुआत की। उन्होंने बॉम्बे एसोसिएशन की स्थापना की जो बॉम्बे प्रेसीडेंसी में पहला राजनीतिक संगठन था।