नार्थ मैसिडोनिया बनेगा नाटो का सदस्य

February 15, 2020

नार्थ मैसिडोनिया की संसद ने हाल ही में उत्तरी अटलांटिक संधि को मंज़ूरी दी। इसके बाद नार्थ मैसिडोनिया भी नाटो का सदस्य बन सकेगा। पहले नार्थ मैसिडोनिया का नाम मैसिडोनिया था, जिसका पड़ोसी देश ग्रीस द्वारा विरोध किया जाता था, क्योंकि मैसिडोनिया नामक स्थान ग्रीस में भी मौजूद है। इसके बाद ग्रीस ने नार्थ मैसिडोनिया को नाम में परिवर्तन करने के लिए कहा। तत्पश्चात ग्रीस ने नाटो और यूरोपीय संघ में नार्थ मैसिडोनिया के प्रवेश पर आपत्ति को हटा दिया।

नाटो (North Atlantic Treaty Organization)

इसकी स्थापना 4 अप्रेल 1949 को हुई थी। इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स, बेल्जियम में है। आरम्भ में नाटो के सदस्यों की संख्या 12 थी, अब यह सदस्य संख्या 29 देश है। नाटो का सबसे नया सदस्य मोंटेनीग्रो है, यह 5 जून, 2017 को नाटो का सदस्य बना था। नाटो के सभी सदस्यों की संयुक्त सैन्य खर्च दुनिया के रक्षा व्यय का 70% से अधिक है, जिसका संयुक्त राज्य अमेरिका अकेले दुनिया का कुल सैन्य खर्च का आधा हिस्सा खर्च करता है और ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली 15% खर्च करते हैं।