राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था : स्थानीय स्वशासन राजस्थान में पंचायती राज लार्ड रिपन ने 1882 ई. में स्थानीय स्वशासन को मजूत करने के लिए कार्य किये अत: उन्हें भारत में स्थनीय स्वशासन का जनक कहा…
राजस्थान में ऊर्जा संसाधन एकीकरण के समय राजस्थान में स्थापित कुल विद्युत क्षमता 13.27 मेगा वाट थी। जो बढ़कर 2016 में 17894 मेगा वाट तक पहुँच गयी है। 1 जुलाई १९५७ को…
राजस्थान में वन सम्पदा राजस्थान का अधिकांश क्षेत्र मरुस्थल है अतः यहाँ वनों का क्षेत्रफल भारत के अन्य राज्यों से काम है। पर अरावली एवं दाक्षिण पूर्वी राजस्थान में बहुतायत में वन पाए…
वन्य जीव एवं अभ्यारण्य 23 अप्रैल 1951 को राजस्थान वन्य-पक्षी संरक्षण अधिनियम 1951 लागु किया गया। भारत सरकार द्वारा 9 सितम्बर 1972 को वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम 1972 लागु किया गया। इसे…
राजस्थान में परिवहन – वायु भारत में वर्ष 1911 में भारत में वायु परिवहन की शुरूआत हुई। इलाहबाद से नैनी के बीच विश्व की सर्वप्रथम विमान डाक सेवा का परिवहन किया गया। इसके…
राजस्थान में परिवहन – रेल भारत के संविधान में रेलवे को संघ सूची का विषय बनाया गया है। रेलवे विकास का दायित्व केंद्र सरकार के अन्तर्गत रेल मंत्रालय का है। भारत में रेल…
राजस्थान में परिवहन – सड़क राजस्थान परिवहन की दृष्टि से देश का एक समृद्ध राज्य है। राजस्थान में परिवाहन के तीन प्रकार है। सड़क, रेल, वायु परिवहन। चूँकि राजस्थान का कोई भी भाग…
राजस्थान में खनिज सम्पदा राजस्थान खनिज की दृष्टि से एक सम्पन्न राज्य है। राजस्थान को “खनिजों का अजायबघर“कहा जाता है। राजस्थान में लगभग 67(44 प्रधान + 23 लघु) खनिजों का खनन होता है। देश के कुल खनिज उत्पादन…
राजस्थान में स्थापत्य कला – हवेलियां पुराने समय में राजस्थान में राजा, बड़े सेठ साहूकार तथा धनी व्यक्ति अपने आवास या निवास के हवेलियों का निर्माण करवाते थे। ये हवेलियाँ बहुत ही भव्य एवं आरामदायक होती…
राजस्थान में हस्त कलाएं सोना, चांदी के आभूषण स्वर्ण और चांदी के आभूषण – जयपुर थेवा कला – प्रतापगढ़ थेवा कला में कांच पर हरे रंग से स्वर्णिम नक्काशी की जाती है। यह…