एकीकरण के समय राजस्थान में स्थापित कुल विद्युत क्षमता 13.27 मेगा वाट थी। जो बढ़कर 2016 में 17894 मेगा वाट तक पहुँच गयी है। 1 जुलाई १९५७ को राजस्थान राज्य विद्युत मंडल की स्थापना की गयी।
इसके बाद 2 जनवरी 2000 को राजस्थान विद्युत नियामक आयोग का गठन किया गया।
इसके पश्च्यात 19 जुलाई 2000 को राजस्थान विद्युत मंडल को ५ कंपनियों में विभाजित कर दिया गया।
- राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड, जयपुर
- राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड, जयपुर
- जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जयपुर (12 जिलों में विधुत वितरण)
- अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर (11 जिलों में विधुत वितरण)
- जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जोधपुर (10 जिलों में विधुत वितरण)
राजस्थान में सुपर क्रिटिकल पावर स्टेशन
- सूरतगढ़ -> एल. एंड टी. द्वारा मई 2013 में निर्माण शुरू हुआ।
- छाबड़ा -> BHEL द्वारा मई 2013 में निर्माण शुरू हुआ।
- बांसवाड़ा में प्रस्तावित
- कालीसिंध (झालावाड़ ) में प्रस्तावित