मदरबोर्ड कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है जिसमे सभी आवश्यक उपकरण जुडे हुए रहते हैं। इनमें CPU, RAM, HDD, Monitor, BIOS, CMOS, Mouse, Keyboard आदि उपकरण सम्मिलित होते है जो Dedicated Ports के द्वारा जुडे रहते हैं। मदरबोर्ड इन उपकरणों को Power Supply पहुँचाता है और आपस में Communication करवाता हैं।
कम्प्यूटर मदरबोर्ड एक Printed Circuit Board (PCB) होता है जिसे Logical Board, System Board, Printed Wired Board (PWB), और Mainboard (Mobo) भी कहा जाता है। मदरबोर्ड एक प्लास्टिक शीट होती हैं जिसमे उपकरणों को जोडने के लिए विभिन्न Ports बनाये जाते है। सभी पोर्ट का Connection मदरबोर्ड में किया हुआ रहता है।
कम्प्यूटर मदरबोर्ड के विभिन्न प्रकार –
यह उपकरण बहुत सारी विशेषताओं और क्षमताओं मे उपलब्ध हैं और ये क्षमता और विशेषता मदरबोर्ड निर्माताओं के ऊपर निर्भर करती हैं अतः मदरबोर्ड का कोई खास प्रकार नहीं होता हैं। मगर इनकी बनावट के आधार पर इन्हे दो भागों में बांटा जाता है –
- Integrated Motherboard
- Non-Integrated Motherboard
1. Integrated Motherboard
जिन मदरबोर्ड में कम्प्यूटर के विभिन्न उपकरणों को जोडने के लिए अलग से Ports बनाये जाते हैं उन्हे Integrated Motherboard कहा जाता हैं।
इसका उपयोग PCs, Laptops आदि में किया जाता हैं। इन मदरबोर्ड के द्वारा कम्प्यूटर के किसी पार्ट को आसानी से Upgrade भी किया जा सकता है।
2. Non-Integrated Motherboard
जिन मदरबोर्ड में आवश्यक उपकरणों को जोडने के लिए Ports मौजूद नही होते हैं उन्हे Non-Integrated Motherboard कहा जाता हैं।
इन मदरबोर्ड में CPU, RAM आदि को Solder किया जाता हैं। तथा इन्हे बाद में Upgrade भी नही किया जा सकता हैं। Smartphones, Tables आदि में इसी प्रकार के मदरबोर्ड का उपयोग किया जाता हैं।
मदरबोर्ड के कार्य –
- कम्प्यूटर मदरबोर्ड सहायक उपकरणों को जोडने के लिए जगह उपलब्ध करवाता है अतः इसे कम्प्यूटर की Backbone भी कहते हैं।
- यह Connected Devices को Power Supply पहुँचाता है और उन्हे Manage करने का कार्य भी करता हैं।
- एक उपकरण का दूसरे उपकरण के साथ Communication करवाता हैं।
- Computer की BIOS Settings और सूचना को सुरक्षित रखता है ताकि कम्प्यूटर आसानी से चालु हो सके।
मदरबोर्ड के विभिन्न भाग –
कम्प्यूटर मदरबोर्ड एक Base या Components’ Hub की तरह कार्य करता हैं। जिससे सभी और आवश्यक कम्प्यूटर उपकरण जुडे रहते हैं। प्रत्येक उपकरण एक Dedicated Place पर Connect रहता हैं। इस Place या जगह को Port कहते हैं।
मदरबोर्ड में विभिन्न प्रकार के Ports होते हैं जिनमें कम्प्यूटर के अलग-अलग उपकरणों को जोडा जा सकता हैं –
Serial Port –
Serial Ports का उपयोग अतिरिक्त मॉडेम और माउस को जोडने के लिए होता हैं। ये Ports 9 Pin और 25 Pin इन दो मॉडल में आते हैं।
Parallel Port –
इन Ports में Scanners & Printers को कनेक्ट किया जाता है। यह Ports 25 Pin में होते हैं, ये Printer Port भी कहलाते है।
PS/2 Port –
ये Ports आकार में गोल होते हैं इनके द्वारा माउस और की-बोर्ड को जोडा जाता हैं। वर्तमान में इन पोर्ट का उपयोग बहुत कम किया जाता हैं।
USB Ports –
USB का पूरा नाम Universal Serial Bus होता हैं। USB Ports के द्वारा सभी प्रकार के USB Devices जैसे माउस, की-बोर्ड, प्रिंटर, हार्ड डिस्क आदि को कनेक्ट किया जाता है। इस पोर्ट को सन 1991 में बनाया किया गया था और इनकी डाटा ट्रांसफर करने की क्षमता बहुत तेज और ज्यादा होती हैं।
VGA Port –
इसका उपयोग Computer Monitor को जोडने के लिये किया जाता हैं। इसकी बनावत Serial Port के जैसी ही होती हैं।
Power Connector –
Motherboard को Power से जोडने के लिए Power Connector का उपयोग किया जाता हैं। पॉवर सीधे मदरबोर्ड में नही जाती हैं। यह पहले SMPS में जाती हैं इसके बाद मदरबोर्ड में पहुँचती हैं।
Modem Port –
Computer को इंटरनेट केबल से जोडने के लिए Modem Port को इस्तेमाल किया जाता हैं। इसकी बनावट USB Port की तरह होती हैं।
External Ports –
एक कम्प्यूटर को दूसरे कम्प्युटर से जोडने के लिये इन Ports का उपयोग किया जाता हैं इनमे Network Cable को जोडा जाता हैं।
Game Port –
Game Consoles और Joystics को जोडने के लिए गेम पोर्ट का इस्तेमाल किया जाता हैं. मगर, आजकल इनकी जगह USB Ports का इस्तेमाल होने लगा है.
DVI Port –
DVI का पूरा नाम Digital Video Interface होता हैं। इस पोर्ट का उपयोग Flat Panel Monitors अर्थात LCD, LED को कम्प्यूटर से जोडने के लिए किया जाता है।
Sockets –
Speakers और Microphones को कम्प्यूटर से कनेक्ट करने के लिए Sockets का उपयोग किया जाता है। ये गोल और छोटे होते है।