जीवद्रव्य (Protoplasm) का वह भाग जो केन्द्रक एवं कोशिका भित्ति के बीच होता है, उसे कोशिकाद्रव्य कहा जाता हैं। इसमें अनेक कार्बनिक पदार्थ (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व वसा), तथा अकार्बनिक पदार्थ (खनिज, लवण एवं जल) होते हैं, जो निर्जीव पदार्थ हैं।
कोशिकाद्रव्य एक बहुत गाढ़ा पारभासी (Translucent) एवं चिपचिपा पदार्थ है। इसमें अनेक रचनाएँ उपस्थित होती हैं जिनके अलग-अलग कार्य होते हैं। इन रचनाओं को कोशिकांग (Cell organelle) कहते हैं। यूकैरियोटिक कोशिकाओं में कोशिकांग झिल्लीयुक्त होते हैं, जबकि प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में ये झिल्लीयुक्त नहीं होते हैं।
कोशिकाद्रव्य कोशिका का एक प्रकार से बड़ा भाग है, जो कोशिका झिल्ली या प्लाज्मा झिल्ली से घिरा एक तरल पदार्थ होता है। अर्थात कोशिका मे कोशिका झिल्ली के अंदर केन्द्रक को आलावा सम्पूर्ण पदार्थों को कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) कहते हैं। इसमें बहुत से कोशिका के घटक होते हैं, जिसे कोशिका अंग कहा जाता हैं, जो कोशिका के लिए विशिष्ट कार्य करते हैं।
कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) सभी कोशिकाओं में पाया जाता है तथा कोशिका झिल्ली के अंदर तथा केन्द्रक झिल्ली के बाहर रहता है। यह रवेदार, जेलीनुमा, अर्धतरल पदार्थ है। यह पारदर्शी एवं चिपचिपा होता है। यह कोशिका के 70% भाग की रचना करता है।
इसकी रचना जल एवं कार्बनिक तथा अकार्बनिक ठोस पदार्थों से हुई है। इसमें अनेक रचनाएँ होती हैं। प्रकाश सूक्ष्मदर्शी में सभी कोशिकांगों (Cell organelles) को स्पष्ट नहीं देखा जा सकता है। इन रचनाओं को स्पष्ट देखने के लिए इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी या किसी अन्य अधिक विभेदन क्षमता वाले सूक्ष्मदर्शी की आवश्यकता पड़ती है