लवण

अम्लों व क्षारकों की परस्पर क्रिया के द्वारा लवण का निर्माण होता हैं। साधारण नमक, जिसे सोडियम क्लोराइड कहा जाता हैं, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल व सोडियम हाइड्रोक्साइड की परस्पर अभिक्रिया से बनता है। इसके अतिरिक्त, पोटेशियम नाइट्रेट, सोडियम सल्फेट कुछ अन्य लवण है। अम्ल और क्षारक रासायनिक क्रिया में एक दूसरे को ‘सन्तुलित’ करते हैं और ऐसे यौगिक का निर्माण करते हैं जो न ही अम्ल होता है और न ही क्षारक। इस यौगिक को लवण कहा जाता हैं। अम्ल और क्षारकों की विशेषता समाप्त करने वाली उनके रासायनिक मिलन की इस क्रिया को उदासीनिकरण कहा जाता हैं।

उदासीनिकरण की क्रिया में, अम्ल में मौजूद धनात्मक हाइड्रोजन आयन (H+), क्षारकों में मौजूद ॠणात्मक हाइड्रोक्साइड आयन (H2O) का निर्माण करते हैं। अम्ल का शेष भाग, क्षारक के शेष भाग से मिलकर लवण बनाता है। उदासीनीकरण अभिक्रिया में सदैव केवल लवण और जल ही बनता है। कार्बोनेट भी कार्बोनिक अम्ल होते हैं।

लवणों के प्रकार

लवणों की उत्पत्ति अम्लों और क्षारकों की उदासीनीकरण की क्रिया से होती है। अतः बनने वाले लवण की प्रकृति उदासीनीकरण में शामिल अम्लों और क्षारकों पर निर्भर करती है। इसी आधार पर लवणों को अम्लीय, क्षारीय या उदासीन के रूप में वर्गिकृत किया जाता है –

  1. उदासीन लवण
  2. अम्लीय लवण
  3. क्षारीय लवण

1. उदासीन लवण

प्रबल अम्ल और प्रबल क्षारक की उदासीनीकरण क्रिया से निर्मित लवण उदासीन कहलाता है। उदाहरण के लिए, एक प्रबल अम्ल जो अपने की समान प्रबल क्षारक के साथ क्रिया करके खतरों से मुक्त लवण और पानी का निर्माण करते हैं।

(HCl) + (NaOH) → (NaCl) + (H2O)

यहाँ सोडियम क्लोराइड (NaCl), जो कि उदासीन लवण है, बनता है जब कि प्रबल अम्ल हाइड्रोक्लोरिक ऐसिड (HCl) की प्रबल क्षार सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH) से उदासीनीकरण क्रिया होती है। सोडियम क्लोराइड का विलयन लाल अथवा नीले लिटमस पेपर का रंग नहीं बदलता है, यह उदासीन लवण है।

2. अम्लीय लवण

जब प्रबल अम्ल की क्रिया किसी दुर्बल क्षारक से होती है तो बनने वाले लवण में अम्लीयता का प्रभाव होता है। ऐसे को लवण अम्लीय लवण कहा जाता हैं। उदाहरण के लिए, (NH4Cl) एक अम्लीय प्रकार का लवण है। इसका निर्माण हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (प्रबल अम्ल) और अमोनियम हाइड्रोक्साइड (दुर्बल क्षारक) की उदासीनीकरण क्रिया से होता है।

(HCl) + (NH4OH) → (NH4Cl) + (H2O)

अमोनियम क्लोराइड (NH4Cl) का विलयन नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है।

3. क्षारीय लवण

जब प्रबल क्षारक और दुर्बल अम्ल की क्रिया होती है तो बनने वाले लवण में क्षारीयता पाई जाती है। ऐसे लवण को क्षारीय लवण कहा जाता हैं। सोडियम ऐसीटेट (CH3COONa) एक क्षारीय लवण है। इसका निर्माण प्रबल क्षारक सोडियम हाइड्रोक्साइड और दुर्बल अम्ल ऐसीटिक ऐसिड की क्रिया से होता है।

(NaOH) + (CH3COOH) → (CH3COONa) + (H2O)

सोडियम ऐसीटेट का विलयन लाल लिटमस पेपर को नीले रंग में परिवर्तित कर देता है। अतः यह एक क्षारीय लवण होता है।

लवण के गुण

  • उदासीन लवण का pH मान सात (7) होता है।
  • उदासीन विलयन में हाइड्रोजन आयन या हाइड्राऑक्सील समूह नहीं होते हैं।
  • प्रबल भस्म तथा दुर्बल अम्ल अभिक्रिया कर भास्मिक लवण का निर्माण करता है।
  • प्रबल अम्ल तथा दुर्बल भस्म के अभिक्रिया से अम्लीय लवण बनते हैं।
  • भास्मिक लवण का pH मान सात (7) से अधिक होता है।
  • अम्लीय लवण का पीएच मान सात (7) से कम होता है।

लवण के उपयोग

उदासीन लवण उपयोग
ऐलुमिनियम क्लोराइड (AlCl3)अत्यधिक पसीने और नमी को कम करना,
बेंजीन और फॉस्ज़िन से रंजक उद्योग के लिए एंथ्राक्यूनोन तैयार करना
जैविक रसायन विज्ञान में अनुप्रयोग और अन्य स्थितियों के उपचार के लिए
पोटेशियम सल्फेट (K2SO4)कृषि में उर्वरक के रूप में
फिटकरी के उत्पादन के लिए
पौधों के लिए पोटेशियम पोषण प्रदान करने में
सोडियम क्लोराइड (NaCl)मार्गों पर पड़े बर्फ को पिघलाकर हटाने के लिए 
साबुन के निर्माण करने में
बड़े रसायन जैसे धुलाई का सोडा, बेकिंग सोडा आदि बनाने में
अचार, मांस और मछली को सुरक्षित रखने के लिए एक परिरक्षक के रूप में
अम्लीय लवण उपयोग
कैल्सियम कार्बोनेट (CaCO3)कैल्सियम की कमी को दूर करने के लिए
एसिड के प्रभाव को को निष्क्रिय करने के लिए
ब्लास्ट फर्नेस में लौह अयस्क से लौह के शुद्धिकरण में
चांदी पर कलंक को साफ करने के लिए
सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO3) प्रतिअम्लों (अम्लीयता कम करने) के रूप मे
सोडायुक्त पेय पदार्थ के रूप मे
अग्निशामक के रूप मे 
विभिन्न व्यंजनों को बनाने में 
सोडियम फॉस्पेट (Na2HPO4)कब्ज में राहत देने के लिए 
खाद्य पदार्थों को अम्लीय या क्षारीय होने से बचाने के लिए
उच्च रक्त कैल्शियम के स्तर को कम करने या कम फॉस्फेट के स्तर को बढ़ाने में
मोनोसोडियम फॉस्फेट (NaH2PO4)खाद्य पदार्थों में और जल उपचार मे
सोडियम सल्फेट (Na2SO4)इंजन के ग्रीस की चिकनाई हटाने
फ़र्श साफ़ करने वाले घोलों में
साबुन और डिटरजेंट तथा द्रव के पृष्ठीय तनाव कम करने के लिए
अमोनियम क्लोराइड (NH4Cl)मुद्रित सर्किट के निर्माण में नक़्क़ाशी में 
आतिशबाजी, विस्फोटकों और माचिस की तीली के रूप में
फार्मलाडेहाइड के आधार पर चिपकने वाले में एक इलाज एजेंट के रूप में
क्षारीय लवण उपयोग
धुलाई का सोडा (NaCO3.10 H2O) पानी की स्थायी कठोरता को निकालने के लिए
काँच, साबुन और कागज को बनाने में
‘सफाई एजेंट’ के रूप में घरेलू प्रयोजनों के लिए कपड़ें धोने में
बोरेक्स (borax) जैसे सोडियम यौगिकों का निर्माण करने में
सोडियम ऐसीटेट (CH3COONa)हीटिंग पैड, हाथ वार्मर और गर्म बर्फ के लिए
छोटे न्यूक्लिक एसिड की वर्षा के लिए 
उच्च रक्त एसिड स्तर और / या निम्न सोडियम स्तर वाले रोगियों का इलाज करने में
सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3)खाद्य पदार्थों में केकिंग को रोकने के लिए 
ग्लास उद्योग में सिलिकेट्स को विघटित करने के लिए
मनुष्यों में इसका उपयोग चिकित्सीय रूप से अम्लता और जिल्द की सूजन के उपचार में
पशु चिकित्सा में इसका उपयोग दाद और त्वचा की सफाई करने के लिए

     

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